बैंक में खाता कैसे खोले? किन किन डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है?

बैंक में खाता कैसे खोले

आज का समय डिजिटल क्रांति का समय है और इसी डिजिटल क्रांति के कारण भारत में बैंकिंग सिस्टम में पिछले 4 से 5 सालों में बहुत अधिक बदलाव हुए है।
आज के समय में एक बैंक अकाउंट रखना हर एक व्यक्ति की बेसिक जरूरत बन गया है। बैंक खाता आपके नकद पैसों को सुरक्षित रखने का बहुत ही बेहतरीन साधन है।
आप अपने काम की सैलरी, सरकार द्वारा दी जाने वाली पेंशन और सब्सिडी को बहुत ही आसानी से अपने बैंक खाते में प्राप्त कर सकते है। बैंक खातों के माध्यम से आप थोड़ी थोड़ी पैसों की बचत कर सकते है जो की भविष्य में मुसीबत के समय आपके काम आ सकती है। बैंक आपके काम को आसान बनाने के लिए आपको कई तरह की सुविधाएं जैसे की क्रेडिट कार्ड, एटीएम और मोबाइल एप आदि प्रदान करते है।

बैंको द्वारा दी जाने वाली डिजिटल सेवाओं जैसे की- इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई आदि का उपयोग करके आप अपने घर बैठे किसी को भी पैसे भेज सकते है, बिजली और नल आदि का बिल जमा कर सकते है। इन सभी कामों के लिए आपको न तो अपने घर से बाहर जाना पड़ता है और न ही कहीं लंबी लंबी लाइनों में लगना पड़ता है।

बैंक में खाता कैसे खोले

भारत सरकार भी लोगों को बैंक अकाउंट खोलने के लिए समय समय पर अभियान चलाती है ताकि वे सभी लोग भी देश की तरक्की में भागीदार बन सके और सरकार द्वारा दी जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा सके।

आज के इस पोस्ट में हम आपको एक बैंक बैंक अकाउंट खोलने से संबंधित सभी तरह को जानकारी देंगे। इसके अलावा यहां पर बैंकों के प्रकार, बैंक खातों के प्रकार, खाता खोलने की प्रक्रिया आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।

बैंको के प्रकार

जब भी आप किसी बैंक में खता खोलते है तो आपको इस बात का ज्ञान होना बहुत ज़रूरी है की वह किस तरह का बैंक है और आपको खाता खुलवाने पर किस किस तरह की सुविधाएँ प्रदान की जाएगी|

भारत में मुख्य रूप से 3 तरह के बैंक कार्य करते है जिनके बारे में यहां पर बताए गया है।

1. पब्लिक सेक्टर बैंक

भारत में कार्य कर रहे वो बैंक जिनमे 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी केंद्र या किसी राज्य की सरकार के पास हो, उन्हें पब्लिक सेक्टर बैंक कहा जाता है। वर्तमान समय में भारत में कुल 12 पब्लिक सेक्टर बैंक है जिनमे एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक मुख्य बैंक है।

2. प्राइवेट बैंक

भारत में कार्य कर रहे वो बैंक जिनमे अधिकांश हिस्सेदारी किसी प्राइवेट कंपनी या लोगों के पास हो, उन्हें प्राइवेट सेक्टर बैंक कहा जाता है। ये सभी बैंक आरबीआई की निगरानी में नियम और कानून के तहत काम करते है। एचडीएफसी बैंक(HDFC Bank), आईसीआईसीआई बैंक(ICICI Bank) और यस बैंक(Yes Bank) आदि प्रमुख प्राइवेट सेक्टर बैंक है।

3. फॉरेन बैंक

फॉरेन बैंक वो बैंक होता है जो की अपने मूल देश के साथ साथ दूसरे देश के लोगों को भी बैंकिंग सुविधाएं देता है। भारत में कई फॉरेन बैंक काम करते है जिनका मुख्यालय दुनिया के दूसरे देशों में स्थित है। जैसे की- City Bank, Bank of America, Standard Chartered Bank इत्यादि|

बैंक अकाउंट क्या है?

बैंक अकाउंट एक वित्तीय खाता होता है जो की बैंक के द्वारा मैनेज किया जाता है। इसका इस्तेमाल पैसे को जमा करने, निकालने और अन्य वित्तीय गतिविधियों के लिए किया जाता है।
यह आपके पैसों को रखने और मैनेज करने का एक सुरक्षित और सुविधाजनक माध्यम है। ग्राहक द्वारा किसी भी व्यक्ति से किए गए सभी लेन देन की जानकारी इसी बैंक अकाउंट के माध्यम से दर्ज की जाती है।

बैंक खातों के प्रकार

बैंक अपने ग्राहकों को उनकी जरूरत के हिसाब से अलग अलग तरह के बैंक खातों की सुविधा प्रदान करता है। प्रत्येक तरह के बैंक खाते के अपने कुछ उद्देश्य, फीचर और लाभ होते है।
बैंक में मुख्य रूप से 6 प्रकार के खाते होते है जिनके बारे में यहां पर विस्तृत जानकारी दी गई है। आप अपनी आवश्यकता और जरूरत के हिसाब से इनमे से कोई भी खाता बैंक में खुलवा सकते है।

1. बचत खाता(Saving Account)

जैसा कि नाम से पता चलता है यह बैंक अकाउंट पैसे को सेव करने के उद्देश्य से होता है। अधिकतर लोग बैंक में सेविंग अकाउंट ही खुलवाते है। इस खाते में बैंक द्वारा आपकी जमा राशि पर कुछ ब्याज भी दिया जाता है जो की 3 से 6 प्रतिशत तक हो सकता है।
कुछ बैंक जीरो बैलेंस के सेविंग अकाउंट की सुविधा भी देते है जबकि कुछ बैंक में इस तरह के खाते में आपको मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है जो को 2 हजार रुपए से 5 हजार रुपए तक होता है यदि आप ऐसा नहीं करते है तो बैंक द्वारा आपके खाते से कुछ पैसे फाइन के रूप में काट लिए जाते है।
बचत खाते में आपके द्वारा हर महीने किए जाने वाले लेन देन की एक सीमा निर्धारित होती है, उस सीमा से अधिक लेन देन किए जाने पर बैंक द्वारा आपसे कुछ चार्ज वसूल किया जाता है।
यदि बचत खाते में एक साल के दौरान आपके द्वारा जमा किए गए या निकाले गए पैसों की सीमा 10 लाख से अधिक हो जाती है तो बैंको को यह जानकारी भारत सरकार के इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देनी होती है।

बचत खाता किसे खुलवाना चाइए

यदि आपको बैंक से ज्यादा लेन देन की जरूरत नहीं पड़ती है या आप कुछ पैसों की बचत करना चाहते है या किसी सरकारी योजना का लाभ लेना चाहते है तो आपको बैंक में एक सेविंग अकाउंट खुलवाना चाइए।

2. करंट अकाउंट (Current Account)

current account

यह अकाउंट व्यापारियों और दुकानदारों के द्वारा बिजनेस के उद्देश्य से खुलवाया जाता है। इस तरह के अकाउंट में जमा धनराशि पर बैंक द्वारा आपको कोई भी ब्याज नही दिया जाता है। करंट अकाउंट में भी आपको न्यूनतम बैलेंस मेंटेन रखना पड़ता है लेकिन ये बचत खाते की तुलना में कुछ अधिक होता है, ऐसा नहीं करने पर आपसे कुछ चार्ज वसूल किया जाता है।

करंट अकाउंट के फायदे

करंट अकाउंट मुख्य रूप से बिजनेस के उद्देश्य से खुलवाए जाते है इसी कारण बैंकों के द्वारा इन अकाउंट वालों को कुछ विशेष फायदे दिए जाते है जिनके बारे में यहां पर बताया गया है

  • करंट अकाउंट में पैसों के जमा और निकासी पर कोई लिमिट नही होती है
  • करंट अकाउंट में एक महीने में किए जाने वाले लेन देन पर कोई लिमिट नही होती है।
  • कई बैंक करंट अकाउंट में आपको अपने बैलेंस से अधिक पैसा निकालने की भी सुविधा देते है इसका मतलब है की आपके खाते में जितने पैसे है आप उससे भी अधिक पैसे खाते से निकाल सकते है।

करंट अकाउंट किसे खुलवाना चाइए

यदि आप कोई बिजनेस या दुकान चलाते है या आपको बैंक से  रेगुलर तौर पर लेन देन की जरूरत होती है तो आपको बैंक में एक करंट अकाउंट खुलवाना चाइए।

3. फिक्स डिपॉजिट अकाउंट (FD)

फिक्स डिपोजिट और एफडी बैंक का वह खाता होता है जिसमे एक निश्चित धनराशि एक निश्चित समय सीमा के लिए जमा की जाती है। यह समय सीमा कम से कम 7 दिन और अधिकतम 10 साल तक होती है।
भारत में अधिकतर लोग अपने पैसों को बढ़ाने के लिए एफडी में इन्वेस्ट करना पसंद करते है। बैंक द्वारा एफडी पर सामान्यतया अधिक ब्याज दिया जाता है जो की बचत खाते की तुलना में ज्यादा होता है। एफडी आपकी बचत और जमा धनराशि पर अच्छा ब्याज पाने का सबसे सुरक्षित और गारंटी तरीका है।
आप बैंक में कितने भी रूपयो की एफडी करवा सकते है। यदि आप समय सीमा से पहले अपने एफडी अकाउंट से पैसे निकालते है या एफडी तुड़वा लेते है तो बैंक द्वारा आपको कम ब्याज दिया जाता है।

एफडी के फायदे

फिक्स डिपाजिट अकाउंट खुलवाने पर होने वाले फायदों के बारे में यहाँ पर चर्चा की गयी है|

  • एफडी में आपको बचत खाते से अधिक ब्याज दिया जाता है।
  •  शेयर बाजार में होने वाले उतार चढ़ाव का एफडी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, इसका मतलब है की यदि शेयर बाजार में मंदी है तब भी एफडी में आपका पैसा बढ़ता रहता है।
  •  सीनियर सिटीजन के नाम पर एफडी करवाने पर सामान्य लोगों की तुलना में अधिक ब्याज दिया जाता है।

एफडी अकाउंट किसको खुलवाना चाइए

अब तक आपको पता चल गया है की एफडी करवाने के क्या क्या फायदे होते है, आइए अब जानते है की एफडी अकाउंट किसे खुलवाना चाइए
यदि आपके पास कुछ एक्स्ट्रा पैसा है(जैसे 10 लाख, 20 लाख) और ये पैसा कुछ समय के लिए आपको काम नहीं आने वाला है तो आप इसे एफडी में निवेश करके अच्छा ब्याज कमा सकते है इसके लिए आपको बैंक में एफडी अकाउंट खुलवाना चाइए।

4. रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट(RD)

RD बैंक का वह खाता होता है जिसमे ग्राहक एक निश्चित किस्त एक निश्चित समय सीमा तक बैंक खाते में जमा करते जाता है जिस तरह आप किसी लोन की किस्त समय आने पर जमा करते है।
आरडी (RD) अकाउंट भी एफडी की तरह ही होता है इसमें ग्राहक अपना पैसा एक साथ न जमा करके किश्तों में जमा करता है। जब भी आपकी किस्त का समय आता है तो बैंक द्वारा उतना पैसा आपके बचत खाते से काट लिया जाता है।
आरडी कम से कम 6 महीने और अधिकतम 10 साल तक के लिए करवाई जा सकती है। इसमें भी यदि आप समय सीमा से पहले अपना पैसा निकालते है तो बैंक द्वारा आप को ब्याज काम दिया जाता है। RD पर भी ब्याज की दर लगभग FD की तरह ही होती है।

आरडी अकाउंट के फायदे

आइए जानते है की एक RD अकाउंट खोलने के क्या क्या फायदे है।

  • यह अकाउंट आपको पैसा बचाने और उसे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।
  • कुछ बैंक आपके RD अकाउंट पर आपको आसानी से लोन दे देते है।

आरडी अकाउंट किसे खुलवाना चाइए

यदि आप नौकरी करते है और हर महीने कुछ न कुछ पैसे बचाना चाहते है तो आपको निश्चित रूप से एक RD अकाउंट खुलवाना चाइए। इसमें आपके द्वारा जमा किया गया पैसा समय के साथ बढ़ता रहता है।
यदि आपका भविष्य में कोई प्लान है ( जैसे की- बच्चे की उच्च शिक्षा, बेटी की शादी आदि) तो आप उसके लिए एक RD अकाउंट खुलवा सकते है और अभी से उसमे थोड़े थोड़े पैसे जमा कर सकते है समय के साथ यह पैसा बढ़ता रहता है और भविष्य में आपको बहुत मदद करता है।

5. सैलरी अकाउंट

सैलरी अकाउंट वो अकाउंट होता है जिसमे कोई कंपनी अपने कर्मचारियों की सैलरी डालती है। सैलरी अकाउंट में जमा पैसे पर बैंक द्वारा कोई ब्याज नही दिया जाता है।
सैलरी अकाउंट एक तरह का बचत खाता ही होता है, यह जीरो बैलेंस खाता होता है इसका मतलब है की कर्मचारी इसमें से अपनी पूरी तनख्वाह निकाल सकते है।

6. लोन अकाउंट

यह अकाउंट बैंक द्वारा तब खोला जाता है जब आप बैंक से कुछ लोन लेते है। लोन किसी भी तरह का हो सकता है जैसे की- होम लोन, एजुकेशन लोन, कार लोन, किसान क्रेडिट कार्ड इत्यादि। जब भी आपकी लोन की किस्त का समय आता है तो आपको वो किस्त ब्याज के साथ इस अकाउंट में जमा करनी होती है।

7. एनआरआई अकाउंट(NRI Account)

यह अकाउंट विदेशों में रहने वाले भारतीय लोगों के द्वारा खुलवाए जाते है। वो लोग विदेशाें में कमाए गए पैसों को इन अकाउंट में जमा कर सकते है।

बैंक खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज

bank account documents

बैंक खाता खोलने के लिए आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों को जरूरत पड़ती है जिनके बारे में यहां पर जानकारी दी गई है

  • 2 से 3 पासपोर्ट साइज फोटो
  • आधार कार्ड की प्रतिलिपि
  • पैन कार्ड की प्रतिलिपि
  • नल या बिजली का बिल (एड्रेस के लिए)
  • मोबाइल नंबर
  • ईमेल एड्रेस

जब आप इन सभी दस्तावेजों को बैंक में जमा करते है तो बैंक अधिकारी द्वारा इनकी जांच की जाती है और सब कुछ सही पाए जाने पर आपको एक अकाउंट नंबर दे दिया जाता है।

ऑफलाइन खाता कैसे खोले

बैंक में खाता खोलने के लिए स्टेप बाय स्टेप जानकारी यहां पर दी गई है।

1. आप जिस भी बैंक में अपना खाता खोलना चाहते है उसकी किसी एक ब्रांच में जाए, और वहां से बचत खाता खोलने का एक फॉर्म प्राप्त करे।
2. फॉर्म में आपसे निम्न तरह की जानकारी मांगी जाती है- नाम, पिता का नाम, माता का नाम, पूरा पता, मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, नॉमिनी की जानकारी, अकाउंट टाइप ( बचत खाता, चालू खाता) , जन्मतिथि, जेंडर इत्यादि।
3. यह सभी जानकारी फॉर्म में सही सही भरे।
4. जहां पर भी साइन करने की जगह हो, वहां पर सही से साइन करे, इन साइन को याद रखे क्योंकि यही साइन आपको बाद में चेक से लेन देन करने के काम आते है।
5. फॉर्म पर अपना एक फोटो चिपकाए।
6. जरूरी दस्तावेजों( आधार कार्ड, पेन कार्ड आदि) की जेरॉक्स कॉपी को फॉर्म के साथ अटैच कर दे, सभी कॉपी पर अपने साइन कर दे।
7. जब आप पहली बार कोई अकाउंट खुलवाते है तो उसमे कुछ पैसे जमा करने पड़ते है, इसलिए बैंक के अधिकारी से इसके बारे में पता करे
8. फॉर्म को पैसों के साथ बैंक अधिकारी के पास जमा कर दे।

अब बैंक के अधिकारियों के द्वारा आपके द्वारा दी गई जानकारी और दस्तावेजों की जांच की जाती है और सब कुछ सही पाए जाने पर 24 से 48 घंटे में आपका बैंक अकाउंट खोल दिया जाता है।
इस तरह आप यहां पर दी गई जानकारी के माध्यम से बैंक ब्रांच में जाकर अपना एक खाता खोल सकते है।

ऑनलाइन खाता कैसे खोले

आजकल भारत में अधिकतर सरकारी और प्राइवेट बैंक घर बैठे ऑनलाइन बैंक खाता खोलने की सुविधा प्रदान करते है, ताकि वो अपने ग्राहकों को अच्छी सर्विस दे सके।
हम आपको यहां पर कुछ मुख्य बैंकों की सूची तथा उनकी वेबसाइट के बारे में जानकारी दे रहे है, आप इन बैंकों में खाता खोलने के लिए इनकी वेबसाइट पर जा कर और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।

ऑनलाइन खाता खोलने के लिए वेबसाइट

निष्कर्ष

हम आशा करते है की हमारे द्वारा लिखा गया लेख ‘ बैंक में खाता कैसे खोले ‘ आपको पसंद आया होगा और आपको कुछ नया सीखने को मिला होगा। हमने इस आर्टिकल बैंक अकाउंट से संबंधित सभी जानकारी देने की पूरी कोशिश की है ताकि आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही बैंक अकाउंट खोल सके।
इस आर्टिकल को अपने दोस्तो और फैमिली सदस्यों के साथ जरूर शेयर करे ताकि वो भी बैंक अकाउंट के बारे में सही जानकारी हासिल कर सके।

FAQs

एक व्यक्ति कितने बैंक अकाउंट रख सकता है
एक व्यक्ति बहुत से बैंक अकाउंट रख सकता है इस पर कोई भी पाबंदी नहीं है। लेकिन अधिक खाते होने पर उनको मैनेज करना कठिन काम होता है।

FD में कितने साल में पैसा दोगुना हो जाता है।
यह इस बात पर निर्भर करता है की आपके FD अकाउंट पर कितना ब्याज दिया जा रहा है। यदि आपको 6 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है तो लगभग 9 से 10 साल में आपका पैसा दोगुना हो जाता है।

क्या बैंक द्वारा ATM और चेक बुक देने के लिए अलग से पैसे लिए जाते है।
हां, बैंक द्वारा एटीएम, चेक बुक और SMS भेजने के पैसे आपके बैंक अकाउंट से काट लिए जाते है।

खाता खोलने के लिए कितने रुपए जमा करने पड़ते है?
जब भी आप बैंक में खाता खोलते है तो आपको फॉर्म के साथ न्यूनतम राशि जमा करनी पड़ती है। कुछ सरकारी बैंकों में ये राशि 1000 रुपए जबकि प्राइवेट बैंकों में 2 से 5 हजार रुपए तक होती है। 

बैंक अकाउंट कितने दिन में खुलता है?
बैंक अकाउंट खुलने में 48 से 72 घंटों का समय लगता है उसके बाद आप उससे लेन देन कर सकते है 

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