IPO क्या होता है? IPO के फायदे और नुकसान । What is IPO in Hindi?

ipo क्या होता है

यदि आप शेयर मार्केट से संबंधित न्यूज देखते है तो आपने IPO का नाम जरूर सुना होगा और अब आपके मन में सवाल आता होगा की IPO क्या होता है और IPO कैसे काम करता है?

आज के समय में मोबाइल और इंटरनेट ने सूचना के आदान प्रदान को बहुत ही आसान बना दिया है। अब लोग पैसों को लेकर जागरूक बन गए है और अपने पैसों को सही जगह इन्वेस्ट करने लगे है। बहुत से लोग अपना पैसा FD और रियल एस्टेट में इन्वेस्ट करते है लेकिन आज के समय में शेयर मार्केट और IPO भी अपने पैसों को इन्वेस्ट करने और बढ़ाने का बहुत ही अच्छा तरीका है।

जब भी हम कोई बिजनेस शुरू करते है या कोई दुकान लगाते है तो शुरुआत में हमे कुछ पैसे लगाने पड़ते है या इन्वेस्ट करने पड़ते है। ये पैसे या तो हम लोन लेते है या फिर हमारी कुछ बचत होती है। लेकिन जब कोई बड़ी कंपनी कोई बिजनेस शुरू करती है तो उसको कई ज्यादा पैसों की जरूरत होती है, और उस कंपनी का मालिक कई तरीकों से इन पैसों का इंतजाम करता है। IPO भी उनमें से ही एक तरीका है।

बहुत से लोग IPO में इन्वेस्ट करना चाहते है लेकिन उन्हें पता नही होता है की IPO में कैसे निवेश किया जाता है, और किन किन बातों का ध्यान रखा जाता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको इस प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको IPO क्या होता है(IPO Kya Hota Hai) इसके बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। साथ ही आपको यह भी बताएंगे की IPO के फायदे और नुकसान क्या होते है और आप ऑनलाइन IPO में कैसे इन्वेस्ट कर सकते है।

यदि आप भी यह सभी जानकारी आसान शब्दों में जानना चाहते है तो इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा पढ़े। इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आपको किसी और आर्टिकल को पढ़ने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि हमने यहां पर IPO के बारे में सभी जानकारी विस्तार से दी है। आइए इनके बारे में जानते है-

इस ब्लॉग पोस्ट में आप जानेंगे

1. IPO क्या होता है और कितने प्रकार का होता है?
2. कोई भी कंपनी IPO क्यों लाती है?
3. आप आने वाले IPO को कैसे चेक कर सकते है?
4. ऑनलाइन IPO में कैसे इन्वेस्ट किया जाता है?
5. IPO में इन्वेस्ट करने के क्या फायदे और नुकसान होते है?
6. किसी कंपनी के IPO में इन्वेस्ट करने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना चाइए।

IPO का फुल फॉर्म । IPO Full Form in Hindi

IPO का फुल फॉर्म Initial Public Offering होता है।

IPO क्या होता है ? । What is IPO in Hindi

आपने IPO का नाम तो बहुत सी बार सुना होगा, लेकिन क्या आपको सही में पता है की IPO क्या होता है? यहां पर हम आपको IPO के बारे में पूरी जानकारी देंगे।

जब कोई प्राइवेट या सरकारी कंपनी लोगों से पैसे जुटाने के लिए पहली बार अपने शेयर को मार्केट में उतारती है, ताकि लोग पैसे देकर उन शेयर को खरीद सके और कंपनी के हिस्सेदार बन सके तो इस प्रक्रिया को IPO (Initial Public Offering) कहा जाता है। यदि आसान शब्दों में बात करे तो जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर लोगों को बेचती है तो इसे IPO कहा जाता है।

जब कोई कंपनी IPO लाती है तो वो दिन उस कंपनी के जीवन का सबसे बड़ा दिन होता है, क्योंकि इस दिन कंपनी प्राईवेट से पब्लिक हो जाती है।

IPO के माध्यम से कोई भी कंपनी पैसे जुटाती है ताकी वो अपने बिजनेस को बढ़ा सके और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच कर अच्छा प्रॉफिट कमा सके। कोई भी कंपनी IPO लाने के बाद स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो जाती है, जहां पर लोग उसके शेयर को खरीद और बेच सकते है और उसमे इन्वेस्ट भी कर सकते है।

किसी भी कंपनी को IPO लाने से पहले SEBI को सभी तरह की जानकारी देनी होती है, इसके बाद SEBI उनकी जांच करती है और सब कुछ सही होने पर IPO को मंजूरी देती है।
हम आशा करते है की अब आपको IPO के बारे में समझ आ गया होगा।

IPO के प्रकार

यदि आप किसी भी कंपनी के IPO में इन्वेस्ट करना चाहते है तो आपको इस बारे में पता होना चाइए की IPOs कितने तरह के होते है, ताकि जब आप इसमें इन्वेस्ट करे तो आपको कोई प्रॉब्लम ना आए।

भारतीय शेयर बाजार में मुख्य रूप से 2 तरह के आइपीओ होते है। एक Fixed Price Offering होता है और दूसरा Book Building Offering होता है। इस बात का निर्णय कंपनी के मैनेजमेंट द्वारा ही लिया जाता है को उसे किस तरह का IPO लाना चाइए। इन दोनो तरह के IPOs के बारे में हम यहां पर विस्तार से जानकारी दे रहे है। आइए इनके बारे में जानते है-

1. फिक्स प्राइस ऑफरिंग / Fixed Price Offering

इस तरह के IPO में शेयर की कीमत पहले से ही फिक्स होती है। इसका मतलब है की IPO की डिमांड कितनी भी अधिक क्यों न हो, आपको एक निश्चित कीमत पर ही शेयर दिए जाते है।

इस तरह के IPO में इन्वेस्टर को पहले से ही पता होता है की कंपनी किस प्राइस पर शेयर लॉन्च कर रही है। यह फिक्स कीमत कंपनी द्वारा ही तय की जाती है।

2. बुक बिल्डिंग ऑफरिंग / Book Building Offering

इस तरह के IPO में कंपनी प्राइस की एक रेंज सेट करती है (उदाहरण के लिए 65 रुपए से लेकर 70 रुपए तक) और जो भी व्यक्ति IPO में अप्लाई करना चाहता है उसे उसी प्राइस रेंज के अंदर अप्लाई करना पड़ता है।

इस तरह के IPO में इन्वेस्टर को पता नही होता है की उन्हे किस प्राइस पर कंपनी के शेयर मिलने वाले है। जब IPO की डेट खत्म हो जाती है उसके बाद कंपनी इन्वेस्टर द्वारा लगाई गई सभी बोलियों के डाटा का एनालिसिस करती है और उसके बाद शेयर की फाइनल प्राइस तय करती है और इसी फाइनल कीमत पर सभी लोगों को शेयर दिए जाते है।

हम आशा करते है की आपको पता चल गया होगा की आईपीओ कितने तरह के होते है। कंपनी किस तरह का आइपीओ लाना चाहती है यह कई तरह के फैक्टर पर निर्भर करता है जैसे की- कंपनी कितनी बड़ी है, वो कितना पैसा उठाना चाहते है, उनके फ्यूचर के प्लान क्या क्या है।  

कंपनी IPO क्यों लाती है

अब तक आप जान चुके है की IPO क्या होता है और ये कितने प्रकार का होता है। लेकिन क्या आप जानते है की कोई भी कंपनी IPO क्यों लाती है, इसकी क्या जरूरत होती है। आइए इसे एक उदाहरण की सहायता से समझने की कोशिश करते है-

जब हम कोई छोटी सी दुकान लगाते है या किसी बिजनेस की शुरुआत करते है तो हमें बिजनेस को शुरू करने के लिए कुछ पैसों की जरूरत होती है। इसके लिए हम बैंक से लोन लेते है, किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार लेते है या खुद के द्वारा बचत किया गया पैसा इस्तेमाल करते है, तब जाकर हमारा बिजनेस सही से चल पाता है।

इसी तरह जब कोई कंपनी बिजनेस शुरू करती है या अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहती है और वो अपने प्रोडक्ट और सर्विस को पूरे देश और दुनिया भर में बेचना चाहती है। इसके लिए उसे बड़े प्लांट लगाने पड़ते है, कई पढ़े लिखे लोगों को नौकरी पर रखना पड़ता है और भी कई तरह का खर्चा करना पड़ता है। इतने बड़े बिजनेस को शुरू करने और सही से चलाने के लिए बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत होती है और इतना अधिक पैसा किसी के पास नही होता है और इतना अधिक लोन भी नही मिलता है।
इसलिए कंपनी का मालिक अपनी कंपनी को छोटे छोटे हिस्सों में बांट देता है, जिन्हे शेयर कहा जाता है। और जब कंपनी का मालिक इन शेयर को पहली बार लोगों को बेचने के लिए मार्केट में उतारता है, तो इस प्रक्रिया को IPO कहा जाता है।

इसलिए कोई भी कंपनी अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए IPO लाती है ताकि वो लोगों को शेयर बेच सके और उनसे पैसे लेकर अपने बिजनेस को बढ़ा सके।

कंपनी द्वारा IPO लाने का एक और भी कारण होता है। जब किसी कंपनी की शुरुआत की जाती है तो उस समय कुछ ही लोग उसमे पैसा लगाकर उसकी शुरुआत करते है, जैसे की- कंपनी का मालिक, उसके मैनेजमेंट के कुछ लोग, उसके कुछ कर्मचारी आदि। इसलिए शुरुआत में उस कंपनी के शेयर उन्ही कुछ लोगों के पास होते है।
बाद में जब कंपनी बड़ी हो जाती है और उसका कारोबार और वैल्यूएशन भी बढ़ जाती है और यदि वो लोग अपने शेयर बेचना चाहे तो उनको खरीददार नहीं मिलते है, इसलिए भी कोई कंपनी IPO लाती है ताकि शुरुआती इन्वेस्टर और कर्मचारी अपने हिस्से के शेयर दूसरे लोगों को बेच सके और प्रॉफिट कमा सके।

हम आशा करते है की यहां पर बताए गए कारणों से आपको पता चल गया होगा की कोई भी कंपनी अपना आईपीओ क्यों लाती है।

आने वाले IPO कैसे चेक करे

भारत के शेयर बाजार में 5000 से भी अधिक छोटी और बड़ी सभी तरह की कंपनियां है, और भारत के शेयर मार्केट का नाम दुनिया के बड़े बड़े बाजारों में आता है।

यहां पर हर साल कई नई नई कंपनियों के IPO आते रहते है। अब आप सोच रहे होंगे की हमें कैसे पता चलेगा की किस कंपनी का IPO आने वाला है? आपको इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम यहां पर आपको इसके बारे में जानकारी दे रहे है।

1. सबसे पहले नीचे दिए गए Upstox वेबसाईट के लिंक को क्लिक करे। इसके बाद आपके सामने एक पेज ओपन होगा।
https://upstox.com/ipo-initial-public-offering

2. अब इसे थोड़ा स्क्रॉल करे, आपको यहां पर Ongoing IPOs का सेक्शन दिखाई देगा। इसका मतलब है की यहां पर उन IPOs की लिए दी गई है जो की अभी चल रहे है और आप इनके लिए अप्लाई कर सकते है।

3. इस पेज को थोड़ा और स्क्रॉल करने पर आपको Upcoming IPOs का सेक्शन दिखाई देगा, इसका मतलब है यहां पर उन IPOs की लिस्ट दी गई है जो की आने वाले दिनों में लॉन्च होने वाले है। आप इस लिस्ट में दी गई कंपनियों पर नजर रख सकते है और इनके बारे में रिसर्च कर सकते है और IPO का समय आने पर इनके लिए अप्लाई कर सकते है।

4. यदि आप थोड़ा और स्क्रॉल करते है तो आपको Recently Listed IPOs का सेक्शन दिखाई देगा, इसका मतलब है की यहां पर उन IPOs की लिस्ट दी गई है जो की अभी हाल ही में लॉन्च हुए थे और अब पूरे हो गए है। अब आप इन कंपनियों के शेयर को शेयर मार्केट से ऑनलाइन खरीद सकते है।

इस तरह आप ऊपर दिए गए लिंक पर सभी तरह के IPOs को चेक कर सकते है। इस आर्टिकल में आगे आपको बताएंगे की ऑनलाइन किसी IPO के लिए कैसे अप्लाई किया जाता है।

किसी कंपनी का आइपीओ कैसे खरीदे । IPO Kaise kharide

अब तक आप जान चुके है की IPO क्या होता है और आने वाले आइपीओ कैसे ढूंढे जाते है। अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा की IPO में इन्वेस्ट कैसे करे (IPO Me Invest Kaise Kare) 

भारत देश में हर साल कई कंपनियों के IPO आते रहते है। हम आपको ऊपर बता चुके है की आप आने वाले IPOs को कैसे चेक कर सकते है। आइए अब जानते है की आप ऑनलाइन किसी कंपनी का आइपीओ कैसे खरीद सकते है?

1. रिसर्च करे

जब भी आप किसी कंपनी के IPO में इन्वेस्ट करने के बारे में सोचे, तो सबसे पहले उसके बारे में अच्छे से रिसर्च करे ताकि आप सही कंपनी में इन्वेस्ट कर सके। किसी IPO में इन्वेस्ट करने से पहले आपको किन किन प्वाइंट को ध्यान में रखना चाइए, इसके बारे में हमने इस आर्टिकल में आगे विस्तार से चर्चा की है, आप उसे जरूर पढ़े।

2. डीमैट अकाउंट खोले

किसी भी आइपीओ में या शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है। इसके बिना आप किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट नही कर सकते है। इसलिए यदि आपने अभी तक अपना डीमैट अकाउंट नही खुलवाया है तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करे और Upstox में अपना डीमैट अकाउंट खोले।

3. पैसों की व्यवस्था करे

किसी भी IPO में इन्वेस्ट या अप्लाई करने के लिए आपको कम से कम 15 से 20 हजार रुपए की जरूरत होती है, इसलिए पहले से ही पैसों की व्यवस्था कर ले और इन्हे अपने डीमैट अकाउंट में एड कर ले।

4. ऑनलाइन अप्लाई करे

आज के समय में किसी भी IPO में अप्लाई करना बहुत ही आसान हो गया है। अब आप अपने घर बैठे ही मोबाइल के माध्यम से यह काम कर सकते है। ऑनलाइन आइपीओ कैसे खरीदे, इसके बारे में हम यहां पर स्टेप बाय स्टेप जानकारी दे रहे है।

1. सबसे पहले अपने मोबाइल पर Upstox का एप ओपन करे।

2. अब यहां पर आपको नीचे की तरफ Discover का सेक्शन दिखाई देगा, उस पर क्लिक करे। इससे आपको नीचे बताई गई स्क्रीन दिखाई देगी।

3. अब आपको ऊपर की तरफ Stocks & IPO का सेक्शन दिखाई देगा, उस पर क्लिक करे। इससे आपको नई स्क्रीन दिखाई देगी, जैसा की नीचे फोटो में दिखाया गया है। इसके बाद इस पेज पर Invest in IPO का सेक्शन दिखाई देगा। उसके सामने View all के बटन पर क्लिक करे।

4. अब आपके सामने उन IPOs की लिस्ट दिखाई देगी जो की अभी Live है और आप इनके लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है। अब जिस भी कंपनी के IPO में आप अप्लाई करना चाहते है उस पर क्लिक करे।

5. अब आपके सामने नई स्क्रीन ओपन होगी, जहां पर आपको उस IPO की पूरी डिटेल दिखाई देगी। जैसे की- शेयर किस प्राइस पर लॉन्च हो रहे है, आप कब तक अप्लाई कर सकते है, IPO का लॉट साइज क्या है, आपको कम से कम कितना पैसा लगाना पड़ेगा।
IPO में अप्लाई करने के लिए Pre Apply के बटन पर क्लिक करे।

6. इसके बाद आपको नई स्क्रीन दिखाई देगी, जहां पर यह जानकारी भरे की आप कितने शेयर खरीदना चाहते है और किस कीमत पर खरीदना चाहते है।

7. यह सभी जानकारी भरने के बाद Continue के बटन पर क्लिक करे, और पेमेंट कर दे।

इस तरह Upstox एप के माध्यम से आप अपने घर बैठे आसानी से किसी भी IPO में अप्लाई कर सकते है।
यदि आप यह देखना चाहते है की आपने किस किस IPO में अप्लाई किया है तो एप में My Applications के सेक्शन पर जाए, यहां पर आपको उन IPOs की लिस्ट दिखाई देगी जिनके लिए आपने अप्लाई किया है।

IPO अलॉटमेंट प्रोसेस

IPO अलॉटमेंट प्रोसेस का मतलब होता है की IPO में बोली लगाने वाले लोगों को शेयर किस तरह से बांटे जाते है। बहुत सी बार IPO में शेयर खरीदने के लिए बहुत डिमांड आती है और बहुत सी बार बहुत कम डिमांड आती है।

यदि IPO में कंपनी ने जितने शेयर लॉन्च किए है और उतने ही शेयर के लिए बोलियां लगाई जाती है तो सभी को शेयर दे दिए जाते है और इस स्तिथि को Under Subscribed कहा जाता है।

यदि जितने शेयर कम्पनी ने लॉन्च किए है और उससे कई ज्यादा शेयर के लिए लोगों के द्वारा बोली लगाई जाती है तो इस स्तिथि को Over Subscribed कहा जाता है।
जब किसी कंपनी का आईपीओ Over Subscribe हो जाता है तो इस स्तिथि में कंपनी के शेयर को लॉटरी सिस्टम से बांटा जाता है और बहुत से लोगों को बोली लगाने के बाद भी शेयर नही मिलते है।
IPO ओवर सब्सक्राइब होने के बाद इस बात की कोई गारंटी नही होती है की आपको शेयर मिलेंगे या नही मिलेंगे।

जब एक बार IPO की डेट खत्म हो जाती है तो उसके बाद कंपनी द्वारा लोगों को शेयर बांट दिए जाते है और 2 से 3 दिन के अंदर उनके डीमैट अकाउंट में शेयर आ जाते है। इस तरह किसी भी IPO के दौरान शेयर की अलॉटमेंट की जाती है।

IPO में इन्वेस्ट करने से पहले महत्वपूर्ण टिप्स

किसी कंपनी के IPO में इन्वेस्ट करना अपने पैसों को बढ़ाने का बहुत ही अच्छा तरीका है, लेकिन शेयर मार्केट में हमेशा कुछ न कुछ रिस्क होते है। उसी तरह किसी भी कंपनी के IPO में इन्वेस्ट करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि आप सही निर्णय ले सके और सही जगह पर अपना पैसा इन्वेस्ट कर सके।

IPO में इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी के बारे में रिसर्च करना बहुत जरूरी होता है। आइए जानते है की IPO में इन्वेस्ट करने से पहले आपको किन किन बातों का ध्यान रखना चाइए-

1. किसी भी कंपनी के IPO में इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी के बिजनेस मॉडल को अच्छे से समझे, कंपनी के कंपीटीटर का पता करे, कंपनी IPO क्यों ला रही है, कंपनी इस पैसे को कहां पर इस्तेमाल करने वाली है? कंपनी का मैनेजमेंट कैसा है? इन सब बातों के बारे में रिसर्च करे और फिर अपना निर्णय ले। यदि आपको किसी कंपनी का बिजनेस समझ में नहीं आता है तो उसके IPO में इन्वेस्ट न करे।

2. कोई भी कंपनी अपना IPO लाने से पहले एक Prospectus जारी करती है, यह एक तरह का डॉक्यूमेंट होता है जिसमे कंपनी के बारे में पूरी जानकारी होती है। इस Prospectus में कंपनी का फाइनेंशियल डाटा, रिस्क, बिजनेस, कंपनी के भविष्य के प्लान आदि के बारे में जानकारी दी गई होती है।
इसलिए जब भी आप IPO में निवेश करने के बारे में सोचे तो इस Prospectus को जरूर पढ़े, ताकि आपको कंपनी के बारे में और उसके प्लान के बारे में सही जानकारी मिल सके और आप सही निर्णय ले सके। इस Prospects को आप उस कंपनी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते है।

3. जब कोई कंपनी अपना IPO लाती है तो वो उस समय अपनी वैल्यूएशन भी बताती है। इसलिए आप उसका वैल्यूएशन भी चेक करे, उसका PE रेश्यो भी चेक करे, जिससे आपको पता चल सके कि कंपनी का शेयर महंगा है या सस्ता है।
यदि कंपनी महंगे दाम पर शेयर लॉन्च करती है तो शुरुआत के दिनो मे उसके गिरने के चांस अधिक होते है, और इससे आपको नुकसान हो सकता है। इसलिए शेयर की कीमत, कंपनी के वैल्यूएशन और कंपनी के अर्निंग की अच्छे से जांच करे। यह सबसे जरूरी कदम है।

4. जब कुछ कंपनी अपना IPO लॉन्च करती है तो उसमे Lock-In पीरियड होता है। इसका मतलब है की यदि आपको IPO में शेयर मिलते है तो आप उन्हें कुछ समय तक बेच नही सकते है, वरना आप पर पेनल्टी लगाई जा सकती है और यदि आप अपना जरूरी पैसा उस आईपीओ में लगा देते है तो आप कुछ समय तक उस पैसे को निकाल नही सकते है।
इसलिए किसी भी IPO में इन्वेस्ट करने से पहले ये भी जरूर चेक करे की उसमे Lock-In पीरियड है या नही है।

5. जब भी आप किसी IPO में इन्वेस्ट करने के बारे में सोचे तो मार्केट की कंडीशन जरूर चेक करे की मार्केट में क्या चल रहा है? मार्केट में मंदी है या तेजी है? लोग और बड़े इन्वेस्टर उस IPO के बारे में क्या राय दे रहे है। यदि IPO की बहुत अधिक डिमांड है और मार्केट में भी तेजी है तो इससे शेयर की कीमत बहुत अधिक बढ़ सकती है, जिससे आपको अधिक फायदा हो सकता है।

6. यदि आपके पास शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए कम पैसा है, तो अपना पूरा पैसा किसी भी IPO में न लगाए। क्योंकि IPO के बाद शेयर की प्राइस बहुत अधिक ऊपर और नीचे होती है, इससे आपका रिस्क बढ़ जाता है और आपको बहुत अधिक नुकसान हो सकता है।

7. जब भी आप किसी IPO में इन्वेस्ट करे तो हमेशा लॉन्ग टर्म का सोचे, बहुत सी बार शेयर की कीमत को बढ़ने में समय लगता है, इसलिए वो ही पैसा इन्वेस्ट करे जो की लंबे समय तक आपके काम न आए।

आप यहां पर बताई गई बातों को ध्यान में रख सकते है और सही  IPO की पहचान कर सकते है और उसमे इन्वेस्ट कर सकते है। यदि आप इन सभी बातों को ध्यान में रखते है तो भविष्य में होने वाले नुकसान से बच सकते है।

आईपीओ के फायदे

ऐसा नहीं है की IPO में इन्वेस्ट करना अच्छा नहीं होता है। इसमें इन्वेस्ट करने के बहुत से फायदे भी है, जिनके बारे में आपको पता होना जरूरी है। आइए आईपीओ के फायदे के बारे में विस्तार से जानते है-

1. जब कोई कंपनी अपना IPO लॉन्च करती है तो शुरुआत में उसके शेयर की कीमत बहुत अधिक बढ़ने के चांस होते है। क्योंकि किसी कंपनी का IPO आना बहुत बड़ी न्यूज होती है, जिसे बहुत बड़े बड़े न्यूज पेपर और TV चैनल के द्वारा कवर किया जाता है और TV पर भी दिखाया जाता है। जिससे लोगों का इंटरेस्ट उस IPO में बढ़ता है और शुरुआत में शेयर की कीमत बहुत अधिक बढ़ने के चांस होते है।
इससे आपको बहुत अधिक फायदा हो सकता है। बहुत सी बार आपका इन्वेस्ट किया हुआ पैसा 3 से 4 दिन में ही डबल हो जाता है,  इसे लिस्टिंग गेन (Listing Gain) कहा जाता है।

2. कई बार जब कोई कंपनी IPO लाती है तो शुरुआती इन्वेस्टर को डिस्काउंट रेट पर शेयर दिए जाते है, जिससे बाद में शेयर की कीमत बढ़ने पर उन्हे अच्छा खासा प्रॉफिट होता है।

3. अधिकतर बार IPO नई और छोटी कंपनियों के द्वारा लाया जाता है और इन छोटी कंपनियों में बड़ी कंपनियों की तुलना में ग्रोथ करने के चांस बहुत अधिक होते है। यदि आप इनके IPO में इन्वेस्ट करते है तो आने वाले सालों में अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है।

4. IPO में इन्वेस्ट करने के लिए आपको ज्यादा पैसों की जरूरत  नहीं होती है, रिटेल इन्वेस्टर केवल 15 से 20 हजार रुपए के साथ ही किसी IPO के लिए अप्लाई कर सकते है।

हम आशा करते है की यहां पर बताए गए IPO के फायदे आपको समझ में आए होंगे।

IPO में इन्वेस्ट करने के नुकसान या रिस्क

ऐसा नहीं है की हर कंपनी का IPO अच्छा ही होता है। आईपीओ में इन्वेस्ट करने के कुछ रिस्क भी होते है, जिनके बारे में आपको पता होना बहुत जरूरी है। आइए इनके बारे में जानते है-

1. जब कोई कंपनी शुरुआत में अपना IPO लॉन्च करती है तो वह नई नई होती है, इसलिए मार्केट में और इंटरनेट पर कंपनी के मैनेजमेंट, बिजनेस प्लान और फाइनेंस के बारे में ज्यादा कुछ जानकारी उपलब्ध नहीं होती है।
इस कारण से आपको कंपनी के बारे में रिसर्च करने में प्रॉब्लम आ सकती है और कम जानकारी उपलब्ध होने के कारण कभी कभी आप गलत निर्णय ले सकते है।

2. जब कंपनी का IPO लॉन्च होता है तो कुछ दिनों तक उसके शेयर की प्राइस बहुत ज्यादा ऊपर और नीचे होती है। इसलिए यदि किसी शेयर की कीमत बहुत अधिक गिर जाती है तो आपको ज्यादा नुकसान हो सकता है। इसलिए आइपीओ में इन्वेस्ट करते समय इस बात का भी ध्यान रखे।

3. बहुत से इन्वेस्टर IPO को सट्टे की तरह देखते है और सोचते है की कुछ ही दिनों में उनका पैसा दुगुना और तीन गुना हो जायेगा। लेकिन ये काम रिस्की होता है। कभी कभी IPO में शेयर की कीमत बहुत दिनो तक नही बढ़ती है और इस दौरान आपको नुकसान हो सकता है। इसलिए कभी भी IPO को सट्टे की तरह न देखे। 

यदि आप यहां पर बताई गई सभी बातों और IPO से जुड़े हुए सभी रिस्क को ध्यान में रखते है तो गलत निर्णय लेने से बच सकते है और शेयर मार्केट में नुकसान से भी बच सकते है।

Conclusion

हम आशा करते है की IPO Kya Hai और आईपीओ खरीदने के फायदे क्या होते है, इस टॉपिक पर हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।

आज के समय में मोबाइल और टेक्नोलॉजी के कारण शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना बहुत आसान हो गया है। अब आप अपने घर बैठे ही मोबाइल के माध्यम से किसी भी कंपनी के शेयर खरीद सकते है और किसी भी IPO में निवेश कर सकते है।

भारत में हर साल कई प्राइवेट और सरकारी कंपनियों के IPO आते रहते है, IPO में इन्वेस्ट करने के कई फायदे है लेकिन साथ ही कुछ रिस्क भी है। यदि आप यहां पर बताई गई सभी बातों और सावधानियों को ध्यान में रखते है तो सही IPO की पहचान कर सकते है और उनमें इन्वेस्ट करके अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है।

इस जानकारी को अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करे ताकि वो भी IPO के बारे में सभी तरह की जानकारी जान सके, और सही आईपीओ की पहचान करके उसमे इन्वेस्ट कर सके।
ऑनलाइन पैसा कमाने और शेयर मार्केट के बारे में और अधिक आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट के होम पेज पर जाए।

FAQs

1. IPO से कमाई कैसे होती है?
जब IPO के बाद कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो जाती है तो आप उन शेयर को ज्यादा कीमत पर बेच सकते है और कमाई कर सकते है। लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखे की बहुत सी बार IPO के बाद कंपनी के शेयर की कीमत गिर जाती है और यदि आप तुरंत अपने शेयर बेचते है तो आपको नुकसान हो सकता है।

2. आईपीओ में कितना पैसा लगा सकते हैं?
एक रिटेल इन्वेस्टर IPO में अधिकतम 2 लाख रुपए लगा सकता है।

3. क्या मैं तुरंत आईपीओ बेच सकता हूं?
यदि IPO में किसी भी तरह का Lock-In पीरियड नही है तो आप उसे तुरंत बेच सकते है।

4. क्या आईपीओ में निवेश करना अच्छा है?
IPO में इन्वेस्ट करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसके बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से बताया गया है, आप उस सेक्शन को जरूर पढ़े।

5. मुझे अपना आईपीओ कब बेचना चाहिए?
इसका कोई सटीक जवाब नही है, यह आप पर निर्भर करता है की आपको अपना IPO कब बेचना है। हमारी सलाह यही है की यदि आपने अच्छी कंपनी के आइपीओ खरीदा है तो आपको उसमे लंबे समय तक इन्वेस्ट रहना चाइए।

Leave a Comment